Haryana Linganupat 2023: पानीपत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ 22 जनवरी 2015 को इस योजना को शुरू किया गया था। इस योजना के बाद बेटियों के बचाव और पढ़ाई में तरक्की देखने को मिली है। वर्ष 2015 से अब तक प्रदेश के आंकड़े देखे तो 26 बेटियों का जन्म बढ़ा है।
2015 में प्रति 1000 बेटों के जन्म के मुकाबले 887 बेटियों का जन्म हो रहा था। अब दिसंबर 2023 तक वह आंकड़ा 26 अंक बढ़कर 913 पर पहुंच गया है। अगर यही आंकड़े 2011 में देखे यानी 14 वर्ष में बेटियों के जन्म दर में सुधार आया है।
2011 में जहां 1000 लड़कों पर 838 बेटियों का जन्म हो रहा था। वह संख्या अब 913 हो गई है। इस हिसाब से 14 वर्षों में बेटियों की जन्म दर में 75 अंक का उछाल हुआ है। सरकार की तमाम जागरूकता से लोगों की सोच में बदलाव देखने को मिल रहा है।
इसलिए विभाग द्वारा समय-समय पर बेटियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्रदेश में 1 जनवरी 2023 से दिसंबर माह तक 5 लाख 650 बच्चे जन्मे हैं इनमें 261645 लड़के और 239005 बेटियों ने जन्म लिया है। यानी अगर देखा जाए तो प्रदेश में इस साल रोजाना औसतन 1498 से ज्यादा बच्चे का जन्म हो रहा है।
नूह के आंकड़ों में काफी सुधार हुआ है। नूह प्रदेश में सबसे ज्यादा 26251 बेटियां जन्मी है। तो वही लिंगानुपात में नूह जिला प्रदेश में तीसरे नंबर पर है। जबकि अप्रैल में 914 से साथ तीसरे नंबर पर था।
लिंगानुपात में पंचकूला में 11569 बच्चों का जन्म हुआ है इनमें 5637 बेटियों तो बाकी बेटों ने जन्म लिया है। इसके साथ ही 950 लिंगानुपात के साथ पंचकूला प्रदेश में पहले नंबर पर, पलवल दूसरे नंबर पर और नूह तीसरे नंबर पर है।