एफएंडओ यानी वायदा में शेयरों की ट्रेडिंग करने वाले 89 फ़ीसदी लोगों को नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। फिर भी लोगों में शेयर भाव पर दाव लगने वाले निवेशक तेजी से बढ़ रहे हैं। बाजार नियामक सेबी की अध्यक्ष माधवी पूरी भुज के मुताबिक कोविड महामारी के दौरान और उसके बाद घरेलू एफएंडओ मार्केट में रिटेल निवेशको की भागीदारी बेहताशा बढ़ रही है।
2018-19 के आंकड़ों के अनुसार ऐसे व्यक्तिगत ट्रेडरों की कुल संख्या सिर्फ 7.1 लाख थी जो अब 500 फ़ीसदी से भी ज्यादा बढ़ गई है। सेबी के एक रिसर्च पेपर के मुताबिक एफएंडओ सेगमेंट में ट्रेड करने वाले 45.24 लाख व्यक्तिगत शेयर निवेश को में से सिर्फ 11 फ़ीसदी मुनाफा कमाने में कामयाब रहे हैं।
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यह स्थिति तब है जब 1 अप्रैल 2019 से लेकर 24 नवंबर 2023 के बीच से सेंसेक्स मैं करीब 70% उछल चुका है। यानी वायदा ट्रेड के पास कमाई के भरपूर मौके थे लेकिन वह इस फायदे का लाभ नही उठा पाए।
पांच कारणों से नुकसान उठाते हैं वायदा ट्रेडर्स
वायदा ट्रेडर्स फॉरेन अमीर बनने के लालच में अक्सर गलत फैसला ले लेते हैं जिस कारण उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ता है। पैसों को जल्द से जल्द दो गुना या तीन गुणा करने की उम्मीद लेकर शेयर बाजार में निवेश करना खतरनाक मानसिकता है। ऐसा करने से शेयर ट्रेडिंग निवेश की जगह दाव बन जाती है।
वायदा ट्रेडर्स को अगर कहीं पर बड़े दाव में घाटा हो जाता है तो वह उस घाटे की भरपाई के लिए फिर से बड़ा दाव लगा देते हैं। ऐसे में नुकसान की भरपाई ना होकर दोबारा घाटा होने की संभावना अधिक हो जाती है। ट्रेडिंग में घाटा होने पर ज्यादातर निवेशक बड़ा दाव लगाकर स्थिति सुधारने का प्रयास करते हैं।
भावनाओं पर नियंत्रण न होने के कारण भी वायदा ट्रेडर्स को नुकसान भुगतना पड़ता है। भय, आवेश और जरूरत से ज्यादा उम्मीद गलत निर्णय की वजह बन जाती है। सफल निवेशक हालात को समझते हुए निर्णय लेते हैं जबकि हो सकता है कि वह निर्णय उनकी इच्छा के उलट हो। निवेश करने का यही सही तरीका है।
वायदा ट्रेडर्स एनालिसिस की जगह फीडबैक पर भरोसा करते हैं। जिस कारण उन्हें नुकसान का सामना करना पड़ता है। दूसरों के फीडबैक पर भरोसा करके निर्णय लेने से नुकसान हो सकता है। इसकी जगह खुद एनालिसिस करें और ट्रेडिंग जनरल रखें जो ट्रेडर्स को मैच्योर होने और सीखने में मदद करता है।
किसी भी ट्रेनिंग टिप्स पर भरोसा करके अक्सर नुकसान का सामना करना पड़ता है। गैर पंजीकृत सलाहकारों के टिप्स पर भरोसा करने से अक्सर नुकसान होता है आप सेबी के पंजीकृत सलाहकार की मदद ले सकते हैं जिनकी लिस्ट नियामिक की वेबसाइट पर है।
शेयर मार्केट में लाभ कमाने के लिए यह काम करें
किसी शेयर के पुराने आंकड़ों को देखकर प्रभावित न हो।
कोशिश करें कि शेयर के भाव को चढ़ने से पहले खरीदे और गिरने से पहले बेचे। अगर आप ऐसा करने की बार-बार कोशिश करते हैं तो आप कुछ समय बाद शेयर मार्केट के बेहतरीन खिलाड़ी बन सकते हैं।
शेयर मार्केट में लाभ कमाने के लिए अनुभवी ट्रेडरों की रणनीति पर नजर डालें और उनसे लाभ कमाने के तरीके सीखे।
शेयर बाजार में उतार चढ़ाव के दौरान अति उत्साह या मौका चुकाने के डर से कोई शेयर खरीदना बेचना सही रणनीति नहीं है इसके बजाय अपनी लागत कम करने पर फोकस करें ताकि अधिकतम रिटर्न पास पा सके।
अपने निवेश पर रिटर्न का एक औसत लक्ष्य निर्धारित करें। ऐसे पलों में खरीदारी और बिक्री करके बाजार को मात देने की कोशिश ना करें। जो पहली नजर में शानदार अवसर प्रतीत होते हैं ऐसा करने पर नुकसान की आशंका ज्यादा होती है अपने लक्ष्य पर मजबूती से बने रहने और लागत कम रखने की कोशिश करें।
ऑप्शन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर सिम्युलेटर से प्रैक्टिस करते रहे।
एक रिसर्च के मुताबिक निवेश के मामलों में कंसल्टेंसी और एफिशिएंसी के साथ-साथ कम लागत और विविधता के साथ शेयर मार्केट में निवेश करें।
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